A

Admin • 670.22K Points
Coach

Q. द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध किसका निष्कर्ष है?

  • (A) Quantum theory / क्वांटम सिद्धान्त
  • (B) Field theory of energy / ऊर्जा का क्षेत्र सिद्धान्त
  • (C) General theory of relatively / सापेक्षता का सामान्य सिद्धान्त
  • (D) Special theory of relatively / सापेक्षता का विशिष्ट सिद्धान्त

Explanation by: Admin

द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध को प्रसिद्ध समीकरण E = mc² द्वारा व्यक्त किया जाता है, जिसे अल्बर्ट आइंस्टीन ने 1905 में अपने सापेक्षता के विशिष्ट सिद्धांत (Special Theory of Relativity) के तहत प्रतिपादित किया था।

E = mc² समीकरण का अर्थ:

  • E (Energy): किसी वस्तु की संचित ऊर्जा
  • m (Mass): वस्तु का द्रव्यमान
  • c (Speed of Light): प्रकाश की गति (3 × 10⁸ मीटर/सेकंड)

इस समीकरण का अर्थ है कि द्रव्यमान और ऊर्जा एक-दूसरे में परिवर्तित हो सकते हैं। यही सिद्धांत नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy) और परमाणु बम (Atomic Bomb) के कार्य करने का आधार है।

अन्य विकल्प गलत क्यों हैं?

(A) Quantum Theory (क्वांटम सिद्धांत):

  • यह सूक्ष्म कणों (Subatomic Particles) और उनके व्यवहार का अध्ययन करता है, लेकिन द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध इससे नहीं जुड़ा है।

(B) Field Theory of Energy (ऊर्जा का क्षेत्र सिद्धांत):

  • यह विद्युतचुंबकीय क्षेत्रों और बलों की व्याख्या करता है, लेकिन द्रव्यमान-ऊर्जा संबंध का इससे सीधा संबंध नहीं है।

(C) General Theory of Relativity (सापेक्षता का सामान्य सिद्धांत):

  • यह गुरुत्वाकर्षण और द्रव्यमान के बड़े पैमाने पर प्रभावों की व्याख्या करता है, लेकिन E = mc² विशेष सापेक्षता सिद्धांत से संबंधित है।

इसलिए, सही उत्तर है:

(D) Special Theory of Relativity / सापेक्षता का विशिष्ट सिद्धांत

You must be Logged in to update hint/solution

Discusssion

Login to discuss.

Be the first to start discuss.