श्यानता (Viscosity) किसी द्रव या गैस में आंतरिक घर्षण (Internal Friction) के कारण प्रवाह में होने वाले प्रतिरोध को कहते हैं। यह मूलतः संसजक बल (Cohesive Force) के कारण उत्पन्न होती है।
श्यानता का कारण – संसजक बल
द्रव के अणु आपस में संसजक बल (Cohesive Force) द्वारा जुड़े होते हैं।
जब कोई द्रव प्रवाहित होता है, तो उसकी विभिन्न परतें अलग-अलग गतियों से चलती हैं।
ये परतें संसजक बल के कारण एक-दूसरे के सापेक्ष गति का विरोध करती हैं, जिससे श्यानता उत्पन्न होती है।
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अन्य विकल्प क्यों गलत हैं?
❌ (A) गुरुत्वीय बल (Gravitational Force):
यह द्रव के भार को प्रभावित करता है, लेकिन श्यानता से कोई सीधा संबंध नहीं है।
❌ (B) विसरण (Diffusion):
विसरण अणुओं के स्वतः मिलाने की प्रक्रिया है, जो गैसों में अधिक स्पष्ट होती है। यह श्यानता का कारण नहीं है।
❌ (D) आसंजक बल (Adhesive Force):
यह दो अलग-अलग पदार्थों के अणुओं के बीच बल को दर्शाता है (जैसे, पानी और कांच के बीच का बल)।
लेकिन श्यानता द्रव के अंदरूनी परतों के बीच घर्षण से संबंधित होती है, जो संसजक बल के कारण होता है।
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निष्कर्ष:
द्रव की श्यानता संसजक बल (Cohesive Force) के कारण होती है, जो इसकी आंतरिक परतों के बीच प्रतिरोध उत्पन्न करता है।
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